भारतीय
स्मार्टफोन बाजार में सबसे ज्यादा मांग बजट स्मार्टफोन की ही है। बजट
स्मार्टफोन ग्राहकों को ध्यान में रखते हुए ही बड़ी कंपनियों से लेकर चीनी
हैंडसेट निर्माता भी महंगे फीचर से लैस बजट स्मार्टफोन सेगमेंट पर ध्यान दे
रही हैं। बजट स्मार्टफोन सेगमेंट में चल रही रेस ने कंपनियों को एडवांस
फीचर वाले स्मार्टफोन लॉन्च करने पर मजबूर भी कर दिया है।
शाओमी और एलईईको जैसे ब्रांड 12,000 से कम कीमत के स्मार्टफोन में फिंगरप्रिंट सेसर और क्विक चार्जिंग तकनीक जैसे प्रीमियम फीचर देकर पहले ही इस रेस में शामिल हो चुके हैं। लेकिन अभी भी कई बजट फ्रेंडली स्मार्टफोन में महंगे स्मार्टफोन वाले उन फीचर की कमी है जिसकी वजह से महंगे स्मार्टफोन ग्राहक की पसंद बनते हैं।
यहां जानें वो 5 जरूरी फीचर जिन्हें निर्माताओं को सभी बजट स्मार्टफोन में देना चाहिए।
1. फिंगरप्रिंट स्कैनर
मार्शमैलो अपडेट के साथ ही गूगल ने फिंगरप्रिंट स्कैनर समेत कई मुख्य फीचर नए जोड़े हैं। इसलिए बजट स्मार्टफोन में फिंगरप्रिंट स्कैनर फीचर होना जरूरी हो गया है। फिंगरप्रिंट स्कैनर के साथ आप सिर्फ आसानी से फोन को ही अनलॉक नही करते बल्कि आपके स्मार्टफोन को सुरक्षित भी बनाता है। फिंगरप्रिंट स्कैनर को आप अपने क्रेडिट कार्ड डिटेल के बफर के तौर पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे आपको दोबारा अपनी क्रेडिट कार्ड डिटेल ऑनलाइल नहीं डालनी होगी।
इसके अलावा फिंगरप्रिंट स्कैनर से आप बिना फोन को एक्टिव किये मनचाहे ऐप को खोल और इस्तेमाल कर सकते हैं। भारतीय बाजार में पहले ही कम दाम में एलईईको एलई 1एस, कूलपैड नोट 3 लाइट और लेनोवो के कई स्मार्टफोन फिंगरप्रिंट सेंसर के साथ मौजूद हैं। अगर कूलपैड 7,000 रुपये के फोन में फिंगरप्रिंट स्कैनर दे सकती है तो निश्चित तौर पर दूसरी कंपनियां भी ऐसा कर सकती हैं।
2. यूएसबी टाइप-सी
आने वाली यूएसबी कनेक्टिविटी को ध्यान में रखते हुए यूएबी टाइप-सी पोर्ट होना जरूरी है (हर कोई मेरी बात से सहमत नहीं हो सकता)। बजट स्मार्टफोन के साथ-साथ सभी स्मार्टफोन में यह एक मानक के तौर पर आना चाहिए। हालांकि अभी बहुत से यूजर के लिए टाइप-सी पोर्ट बहुत बडड़ी जरूरत नहीं है लेकिन इसके कई फायदे हैं। यूसबी टाइप-सी से लैस स्मार्टफोन डिफॉल्ट क्विक चार्ज होते हैं और लगभग सभी भारतीय यूजर के लिए यह बहुत बड़ी बात है।
इसके अलावा, यह रिवर्स चार्जिंग को भी सपोर्ट करता है। हालांकि, अभी बहुत सारे निर्माता यूएसबी टाइप-सी एक्सेसरी नहीं बना रहे हैं। अगर बजट स्मार्टफोन में भी यह फीचर आता है तो इसमें बदलाव देखने को मिल सकता है। एलईईको एलई 1एस में टाइप-सी पोर्ट दिया गया है जिससे पता चलता है कि बजट डिवाइस में इस फीचर का होना मुश्किल नहीं है।
3. लेजर एफ/पीडीएफ
फ्लैश के साथ बेहतरीन तस्वीर खींचने के लिए लेजर ऑटोफोकस तकनीक बहुत ज्यादा जरूरी है। इसलिए हर स्मार्टफोन कैमरे को इस तकनीक से लैस होना चाहिए। आसुस ज़ेनफोन 2 लेजर बजट स्मार्टफोन में इस फीचर के साथ उपलब्ध है और यह बात सभी कंपनियों को ध्यान रखना चाहिए।
इन दिनों सभी स्मार्टफोन निर्माता अपने बजट सेगमेंट स्मार्टफोन में कैमरे को एक यूएसपी की तरह पेश कर रहे हैं। ऑटोफोकस फीचर ना होने की वजह से जब आप बेस्ट शॉट नहीं ले पाते हैं तब ऑटोफोकस फीचर लैस स्मार्टफोन जरूरी हो जाता है।
अगर आप किसी स्मार्टफोन के कैमरे को प्रमोट कर रहे हैं तो किसी भी प्यार भरे लम्हे को तस्वीर में कैद करने के लिए अगर स्मार्टफोन के कैमरे में फेज़ डिटेक्शन ऑटो फोकस होना जरूरी है।
4. क्विक चार्जिंग
शायद यह एक सबसे ज्यादा जरूरी फीचर है जो बजट स्मार्टफोन में होना ही चाहिए। अब जबकि इन स्मार्टफोन में बैटरी क्षमता कम है और चूंकि फोन के डिजाइन और उन्हें पतले से पतला बनाने के लिए बैटरी भी छोटी कर दी जाती है तब क्विक चार्जिंग तकनीक बैटरी चार्ज रखने में मददगार होगी। धारे-धीरे यह एक आम फीचर बन रहा है और उम्मीद है कि जल्द ही यह सभी स्मार्टफोन में अनिवार्य हो जाएगा।
5. एनएफसी
एनएफसी गूगल प्ले इस्तेमाल करने का सबसे सुरक्षित तरीका है और इसे ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के भविष्य के तौर पर देखा जा रहा है। इसलिए बजट स्मार्टफोन का एनएफसी इनेबल होना जरूरी है। हालांकि, यह तकनीक सिर्फ सुरक्षित ऑनलाइन पेमेंट तक ही सीमित नहीं है। इसमें अपार संभावनाएं निहित हैं।
बाजार में की एनएफसी टैग उपलब्ध हैं जिससे आप कुछ निश्चित टास्क कर सकते हैं। इससे आप सिर्फ टैग पर टैप कर प्रीसैट टास्क को कर सकेंगे। एनएफसी एक बहुत काम का फीचर है और बजट सेगमेंट में लेनोवो वाइब के4 नोट में यह पहले से उपलब्ध है।
ये पांच फीचर महंगे स्मार्टफोन में देखे जाते हैं लेकिन हाल ही में लॉन्च हुए कई बजट स्मार्टफोन में भी उपलब्ध हैं।
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शाओमी और एलईईको जैसे ब्रांड 12,000 से कम कीमत के स्मार्टफोन में फिंगरप्रिंट सेसर और क्विक चार्जिंग तकनीक जैसे प्रीमियम फीचर देकर पहले ही इस रेस में शामिल हो चुके हैं। लेकिन अभी भी कई बजट फ्रेंडली स्मार्टफोन में महंगे स्मार्टफोन वाले उन फीचर की कमी है जिसकी वजह से महंगे स्मार्टफोन ग्राहक की पसंद बनते हैं।
यहां जानें वो 5 जरूरी फीचर जिन्हें निर्माताओं को सभी बजट स्मार्टफोन में देना चाहिए।
1. फिंगरप्रिंट स्कैनर
मार्शमैलो अपडेट के साथ ही गूगल ने फिंगरप्रिंट स्कैनर समेत कई मुख्य फीचर नए जोड़े हैं। इसलिए बजट स्मार्टफोन में फिंगरप्रिंट स्कैनर फीचर होना जरूरी हो गया है। फिंगरप्रिंट स्कैनर के साथ आप सिर्फ आसानी से फोन को ही अनलॉक नही करते बल्कि आपके स्मार्टफोन को सुरक्षित भी बनाता है। फिंगरप्रिंट स्कैनर को आप अपने क्रेडिट कार्ड डिटेल के बफर के तौर पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे आपको दोबारा अपनी क्रेडिट कार्ड डिटेल ऑनलाइल नहीं डालनी होगी।
इसके अलावा फिंगरप्रिंट स्कैनर से आप बिना फोन को एक्टिव किये मनचाहे ऐप को खोल और इस्तेमाल कर सकते हैं। भारतीय बाजार में पहले ही कम दाम में एलईईको एलई 1एस, कूलपैड नोट 3 लाइट और लेनोवो के कई स्मार्टफोन फिंगरप्रिंट सेंसर के साथ मौजूद हैं। अगर कूलपैड 7,000 रुपये के फोन में फिंगरप्रिंट स्कैनर दे सकती है तो निश्चित तौर पर दूसरी कंपनियां भी ऐसा कर सकती हैं।
2. यूएसबी टाइप-सी
आने वाली यूएसबी कनेक्टिविटी को ध्यान में रखते हुए यूएबी टाइप-सी पोर्ट होना जरूरी है (हर कोई मेरी बात से सहमत नहीं हो सकता)। बजट स्मार्टफोन के साथ-साथ सभी स्मार्टफोन में यह एक मानक के तौर पर आना चाहिए। हालांकि अभी बहुत से यूजर के लिए टाइप-सी पोर्ट बहुत बडड़ी जरूरत नहीं है लेकिन इसके कई फायदे हैं। यूसबी टाइप-सी से लैस स्मार्टफोन डिफॉल्ट क्विक चार्ज होते हैं और लगभग सभी भारतीय यूजर के लिए यह बहुत बड़ी बात है।
इसके अलावा, यह रिवर्स चार्जिंग को भी सपोर्ट करता है। हालांकि, अभी बहुत सारे निर्माता यूएसबी टाइप-सी एक्सेसरी नहीं बना रहे हैं। अगर बजट स्मार्टफोन में भी यह फीचर आता है तो इसमें बदलाव देखने को मिल सकता है। एलईईको एलई 1एस में टाइप-सी पोर्ट दिया गया है जिससे पता चलता है कि बजट डिवाइस में इस फीचर का होना मुश्किल नहीं है।
3. लेजर एफ/पीडीएफ
फ्लैश के साथ बेहतरीन तस्वीर खींचने के लिए लेजर ऑटोफोकस तकनीक बहुत ज्यादा जरूरी है। इसलिए हर स्मार्टफोन कैमरे को इस तकनीक से लैस होना चाहिए। आसुस ज़ेनफोन 2 लेजर बजट स्मार्टफोन में इस फीचर के साथ उपलब्ध है और यह बात सभी कंपनियों को ध्यान रखना चाहिए।
इन दिनों सभी स्मार्टफोन निर्माता अपने बजट सेगमेंट स्मार्टफोन में कैमरे को एक यूएसपी की तरह पेश कर रहे हैं। ऑटोफोकस फीचर ना होने की वजह से जब आप बेस्ट शॉट नहीं ले पाते हैं तब ऑटोफोकस फीचर लैस स्मार्टफोन जरूरी हो जाता है।
अगर आप किसी स्मार्टफोन के कैमरे को प्रमोट कर रहे हैं तो किसी भी प्यार भरे लम्हे को तस्वीर में कैद करने के लिए अगर स्मार्टफोन के कैमरे में फेज़ डिटेक्शन ऑटो फोकस होना जरूरी है।
4. क्विक चार्जिंग
शायद यह एक सबसे ज्यादा जरूरी फीचर है जो बजट स्मार्टफोन में होना ही चाहिए। अब जबकि इन स्मार्टफोन में बैटरी क्षमता कम है और चूंकि फोन के डिजाइन और उन्हें पतले से पतला बनाने के लिए बैटरी भी छोटी कर दी जाती है तब क्विक चार्जिंग तकनीक बैटरी चार्ज रखने में मददगार होगी। धारे-धीरे यह एक आम फीचर बन रहा है और उम्मीद है कि जल्द ही यह सभी स्मार्टफोन में अनिवार्य हो जाएगा।
5. एनएफसी
एनएफसी गूगल प्ले इस्तेमाल करने का सबसे सुरक्षित तरीका है और इसे ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के भविष्य के तौर पर देखा जा रहा है। इसलिए बजट स्मार्टफोन का एनएफसी इनेबल होना जरूरी है। हालांकि, यह तकनीक सिर्फ सुरक्षित ऑनलाइन पेमेंट तक ही सीमित नहीं है। इसमें अपार संभावनाएं निहित हैं।
बाजार में की एनएफसी टैग उपलब्ध हैं जिससे आप कुछ निश्चित टास्क कर सकते हैं। इससे आप सिर्फ टैग पर टैप कर प्रीसैट टास्क को कर सकेंगे। एनएफसी एक बहुत काम का फीचर है और बजट सेगमेंट में लेनोवो वाइब के4 नोट में यह पहले से उपलब्ध है।
ये पांच फीचर महंगे स्मार्टफोन में देखे जाते हैं लेकिन हाल ही में लॉन्च हुए कई बजट स्मार्टफोन में भी उपलब्ध हैं।
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