WhatsApp
के बिना रह पाना आसान नहीं है। हम और आप इसके आदी हो चुके हैं। अगर आप अभी
तक पुराने सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो संभव है कि
आने वाले दिनों में व्हाट्सऐप को इस्तेमाल ना कर सकें। ऐसे में हमारा पहला
सुझाव होगा कि आप व्हाट्सऐप का विकल्प तलाश लें। वादे के मुताबिक, WhatsApp
30 जून से ब्लैकबेरी ओएस, ब्लैकबेरी 10, नोकिया एस40 और नोकिया एस60
प्लेटफॉर्म के लिए सपोर्ट करना बंद कर देगा। पिछले साल ही इस मैसेजिंग ऐप
को बनाने वाली कंपनी ने बताया था कि ब्लैकबेरी और नोकिया के पुराने
सॉफ्टवेयर के लिए सपोर्ट जून 2017 तक मिलेगा, पहले यह सपोर्ट दिसंबर 2016
में बंद होना था। पिछले साल दिसंबर में व्हाट्सऐप ने एंड्रॉयड 2.2 फ्रोयो,
आईओएस 6 और विंडोज़ फोन 7 के लिए सपोर्ट ख़त्म कर दिया था।
दुनिया में सबसे ज़्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप ने पिछले साल घोषणा की थी कि कंपनी कुछ प्लेटफॉर्म के लिए सपोर्ट बंद कर देगी। बाद में ब्लैकबबेरी द्वारा अपने प्लेटफॉर्म से व्हाट्सऐप का सपोर्ट बंद करने की शिकायत के बाद कंपनी ने जून 2017 तक सपोर्ट बढ़ा दिया था। व्हाट्सऐप ने इसकी वजह बताई थी कि ये पुराने प्लेटफॉर्म में क्षमताओं की कमी है और ऐप में भविष्य में आने वाले फ़ीचर के लिए ये पुराने हो चुके हैं।
व्हाट्सऐप ने अपने सपोर्ट पेज पर स्पष्ट करते हुए कहा, ''भविष्य में हमारे ऐप में आने वाले फ़ीचर के लिए ये प्लेटफॉर्म क्षमतावान नहीं हैं। अगर आपके पास इनमें से किसी प्लेटफॉर्म वाले मोबाइल डिवाइस हैं और आप व्हाट्सऐप लगातार इस्तेमाल करना चाहते हैं तो, हम आपको एक नए ओएस वर्ज़न जो एंड्रॉयड ओएस 2.3.3+, आईफोन के लिए आईओएस 7+ या विंडोज़ फोन 8+ से ज़्यादा पर अपग्रेड करें। ''
फेसबुक के स्वामित्व वाली कंपनी ने सलाह दी है कि ऊपर बताए गए पुराने प्लेटफॉर्म में से किसी का भी इस्तेमाल कर रहे हैं और आप व्हाट्सऐप के जरिए अपने दोस्तों के साथ चैटिंग करते रहना चाहते हैं तो नए डिवाइस या ऑपरेटिंग सिस्टम पर अपग्रेड कर लें।
व्हाट्सऐप ने यह भी स्पष्ट किया है कि यूज़र के पास प्लेटफॉर्म के बीच चैट हिस्ट्री ट्रांसफर करने का कोई तरीका नहीं है। हालांकि, कंपनी ने चैट हिस्ट्री को मेल में अटैच करने का विकल्प दिया है। इस प्रक्रिया को समझने के लिए आप व्हाट्सऐप के सपोर्ट पेज पर जाकर पूरी जानकारी ले सकते हैं।
इससे पहले व्हाट्सऐप ने जोर देकर बताया कि व्हाट्सऐप के 2009 में लॉन्च होने के बाद से बाज़ार किस तरह बदला है। कंपनी के मुताबिक, जब 2009 में व्हाट्सऐप लॉन्च हुआ था तब बाजार अलग था। उस समय बाजार में एंड्रॉयड और आईओएस पर चलने वाली डिवाइस सिर्फ 25 प्रतिशत थी, जबकि 70 प्रतिशत मार्केट शेयर के साथ ब्लैकबेरी और नोकिया का प्रभुत्व था
दुनिया में सबसे ज़्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप ने पिछले साल घोषणा की थी कि कंपनी कुछ प्लेटफॉर्म के लिए सपोर्ट बंद कर देगी। बाद में ब्लैकबबेरी द्वारा अपने प्लेटफॉर्म से व्हाट्सऐप का सपोर्ट बंद करने की शिकायत के बाद कंपनी ने जून 2017 तक सपोर्ट बढ़ा दिया था। व्हाट्सऐप ने इसकी वजह बताई थी कि ये पुराने प्लेटफॉर्म में क्षमताओं की कमी है और ऐप में भविष्य में आने वाले फ़ीचर के लिए ये पुराने हो चुके हैं।
व्हाट्सऐप ने अपने सपोर्ट पेज पर स्पष्ट करते हुए कहा, ''भविष्य में हमारे ऐप में आने वाले फ़ीचर के लिए ये प्लेटफॉर्म क्षमतावान नहीं हैं। अगर आपके पास इनमें से किसी प्लेटफॉर्म वाले मोबाइल डिवाइस हैं और आप व्हाट्सऐप लगातार इस्तेमाल करना चाहते हैं तो, हम आपको एक नए ओएस वर्ज़न जो एंड्रॉयड ओएस 2.3.3+, आईफोन के लिए आईओएस 7+ या विंडोज़ फोन 8+ से ज़्यादा पर अपग्रेड करें। ''
फेसबुक के स्वामित्व वाली कंपनी ने सलाह दी है कि ऊपर बताए गए पुराने प्लेटफॉर्म में से किसी का भी इस्तेमाल कर रहे हैं और आप व्हाट्सऐप के जरिए अपने दोस्तों के साथ चैटिंग करते रहना चाहते हैं तो नए डिवाइस या ऑपरेटिंग सिस्टम पर अपग्रेड कर लें।
व्हाट्सऐप ने यह भी स्पष्ट किया है कि यूज़र के पास प्लेटफॉर्म के बीच चैट हिस्ट्री ट्रांसफर करने का कोई तरीका नहीं है। हालांकि, कंपनी ने चैट हिस्ट्री को मेल में अटैच करने का विकल्प दिया है। इस प्रक्रिया को समझने के लिए आप व्हाट्सऐप के सपोर्ट पेज पर जाकर पूरी जानकारी ले सकते हैं।
इससे पहले व्हाट्सऐप ने जोर देकर बताया कि व्हाट्सऐप के 2009 में लॉन्च होने के बाद से बाज़ार किस तरह बदला है। कंपनी के मुताबिक, जब 2009 में व्हाट्सऐप लॉन्च हुआ था तब बाजार अलग था। उस समय बाजार में एंड्रॉयड और आईओएस पर चलने वाली डिवाइस सिर्फ 25 प्रतिशत थी, जबकि 70 प्रतिशत मार्केट शेयर के साथ ब्लैकबेरी और नोकिया का प्रभुत्व था
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