असूस ज़ेनफोन 3 अल्ट्रा का रिव्यू
स्मार्टफोन
का सबसे उपयुक्त साइज़ क्या है? इसका एक जवाब नहीं हो सकता, लेकिन मार्केट
में धीरे-धीरे 5.5 इंच डिस्प्ले वाले एंड्रॉयड स्मार्टफोन का वर्चस्व
बढ़ता जा रहा है। आज की तारीख में 5 इंच स्क्रीन वाला फोन ढूंढ पाना आसान
नहीं है। वहीं, मार्केट में अलग-अलग कीमत में बड़े डिस्प्ले वाले फोन भी
बिक रहे हैं। हाल ही में हमने मिड-रेंज सेगमेंट के लेनोवो फैब 2 प्लस (रिव्यू) और शाओमी मी मैक्स (रिव्यू) को रिव्यू किया था। अब हम इसी सेगमेंट के असूस ज़ेनफोन 3 अल्ट्रा को रिव्यू करने जा रहे हैं।
स्मार्टफोन और टैबलेट के अंतर को धुंधला करने के मकसद से पेश किए गए लेटेस्ट डिवाइस के ज़रिए असूस चाहती है कि यह आपका एक मात्र डिजिटल डिवाइस बन जाए। इसमें दोमत नहीं कि यह आपकी ज़िंदगी के अन्य स्क्रीन की जगह ले लेगा। लेकिन यह आपके लिए बना है? रिव्यू के ज़रिए हम यही जानने की कोशिश करेंगे।
असूस ज़ेनफोन 3 अल्ट्रा लुक और डिज़ाइन
इस डिवाइस को खरीदने से पहले आपके मन में एक ही सवाल आएगा कि क्या आप इसे अपने साथ रख सकते हैं। 186.4x93.9x6.8 मिलीमीटर डाइमेंशन और 233 ग्राम वज़न वाला यह स्मार्टफोन थोड़ा अटपटा है। और इसे साथ में रखना आसान नहीं है। यह फोन हमारी जेब कभी नहीं फिट बैठा। अगर आप इसका इस्तेमाल करना चाहते हैं तो हैंडबैग और बैकपैक पास में रखना ही होगा।
सुरक्षित तरीके से इस्तेमाल करने के लिए आपको दोनों हाथों की ज़रूरत पड़ेगी। क्योंकि आप अंगूठे से फोन के हर किनारे तक नहीं पहुंच सकते। एक हाथ से बैलेंस करना भी आसान नहीं है। चौड़ाई और वज़न के कारण इस फोन पर लंबे समय तक बात करना थका देने वाला होता है।
बिल्ड क्वालिटी की बात करें तो असूस ने बेहतरीन काम किया है। ज़ेनफोन 3 अल्ट्रा आज की तारीख के किसी भी प्रीमियम स्मार्टफोन को चुनौती देने में सक्षम है। फ्रंट और बैकपैनल पूरी तरह से फ्लैट हैं। किनारों पर मेटल बैंड का इस्तेमाल हुआ है। फ्रंट पैनल पर गोरिल्ला ग्लास 4 की प्रोटेक्शन मौज़ूद है। मेटल किनारे और होम बटन सैमसंग के पुराने डिज़ाइन सेटअप की याद दिलाते हैं। अच्छी बात यह है कि बोरियत महसूस नहीं होती।
बायां किनारा पूरी तरह से खाली है। वही, दायें किनारे पर सुविधा के अनुसार पावर बटन दिया गया है। दो अलग ट्रे दिए गए हैं। एक नैनो सिम के लिए और दूसरा भी नैनो-सिम या माइक्रोएसडी कार्ड के लिए। निचले हिस्से में दो स्पीकर ग्रिल के बीच में यूएसबी टाइप-सी पोर्ट को जगह दी गई है। 3.5 एमएएच ऑडियो सॉकेट टॉप पर है।
वॉल्यूम बटन पिछले हिस्से पर हैं। वैसे, हमें यह सेटअप ज़्यादा नहीं पसंद। लेकिन फोन के साइज़ को देखते हुए यह बेहद ही कारगर है। आप चाहे जो भी हाथ इस्तेमाल करें आप वॉल्यूम बटन तक इंडेक्स फिंगर के ज़रिए आसानी से पहुंच जाएंगे। आपको रियर हिस्से पर फ्लैश और लेज़र ऑटोफोकस से लैस प्राइमरी कैमरा मिलेगा।
ज़ेनफोन 3 अल्ट्रा दिखने में महंगा लगता है, लेकिन बहुत रोचक या मॉडर्न नहीं है। हमारे रिव्यू यूनिट का रंग सिल्वर था जो दिन की रोशनी में शैंपेन कलर लगा। आपको फोन के साथ 18 वॉट का चार्ज़र, यूएसबी टाइप-सी केबल और जे़नईयर ईयरफोन मिलेंगे।
असूस ज़ेनफोन 3 अल्ट्रा स्पेसिफिकेशन
ऐसा लगता है कि असूस ने फोन की बाहरी खूबसूरती पर ज़्यादा ध्यान दिया है। क्योंकि मेटल बॉडी और बडे़ स्क्रीन के अलावा कागज़ी तौर पर इसके स्पेसिफिकेशन मिड रेंज स्मार्टफोन वाले ही हैं। इसमें क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 652 प्रोसेसर के साथ ग्राफिक्स के लिए एड्रेनो 510 इंटिग्रेटेड है। इनबिल्ट स्टोरेज 64 जीबी है और आपको 4 जीबी रैम भी मिलेगा। 200 जीबी तक के माइक्रोएसडी कार्ड के लिए सपोर्ट मौज़ूद है। इसके अलावा आपको गूगल ड्राइव पर दो साल के लिए 100 जीबी की स्टोरेज मुफ्त मिलेगी।
1080x1920 पिक्सल का रिज़ॉल्यूशन, सच कहें तो बड़े स्क्रीन को देखते हुए थोड़ा कम है। स्क्रीन पर बाकी सबकुछ क्रिस्प और क्लीन है। लेकिन इस कीमत में 1440x2560 पिक्सल वाला पैनल होता तो ज़्यादा बेहतर था।\
एलटीई सभी भारतीय बैंड को सपोर्ट करता है। वैसे, असूस ने वॉयस ओवर एलटीई के लिए सपोर्ट होने की बात कही है। लेकिन हम रिलायंस जियो सिम से फोन कॉल नहीं कर पा रहे थे। जब हमने असूस से इसके बारे में पूछा तो कंपनी के एक प्रतिनिधि हमें कहा कि सपोर्ट ओटीए अपडेट के ज़रिए उपलब्ध कराया जाएगा। आपको वाई-फाई 802.11एसी, ब्लूटूथ 4.2, जीपीएस, ग्लोनास और कई सेंसर भी मिलेंगे।
इतनी बड़ी बॉडी को देखते हुए कंपनी ने 4600 एमएएच की बैटरी दी है। फोन क्वालकॉम के क्विक चार्ज 3.0 को सपोर्ट करता है। बैटरी लाइफ 20 फीसदी से ज़्यादा होने पर आप रीवर्स चार्ज भी कर पाएंगे। रियर कैमरे का सेंसर 23 मेगापिक्सल का है। यह तस्वीरों के लिए ऑप्टिकल इमेज स्टेबलाइज़ेशन और वीडियो के लिए इलेक्ट्रॉनिक स्टेबलाइज़ेशन से लैस है।
असूस ज़ेनफोन 3 अल्ट्रा परफॉर्मेंस
ज़ेनफोन 3 अल्ट्रा की आम परफॉर्मेंस से हमें कोई शिकायत नहीं हुई। भले ही यह चिपसेट सबसे तेज़ नहीं है। लेकिन डिस्प्ले के साथ साझेदारी में अच्छा काम करता है। फोन कभी भी बहुत ज़्यादा गर्म नहीं हुआ।
स्क्रीन के क्या कहने...सिनेमा और यूट्यूब के क्लिप देखने के दौरान हमारी रिज़ॉल्यूशन कम होने की शिकायत भी दूर हो गई। कलर्स काफी ब्राइट हैं और मोशन भी स्मूथ है। व्यूइंग एंगल असूस के दावों के आसपास हैं। हमें मात्र एक ही शिकायत है... लंबे वीडियो देखने के लिए फोन को हाथों में पकड़े रहना। गेम आसानी से चले। हालांकि, दोनों हाथों के इस्तेमाल के बिना लंबे समय तक खेल पाना आसान नहीं था।
आवाज़ भी अच्छी थी। ज़ेनफोन 3 अल्ट्रा ने बड़ी बॉडी होने के कारण आवाज़ के डिपार्टमेंट में निराश नहीं किया। म्यूज़िक सुनने में मज़ा आता है। और यह छोटे ग्रुप के लोगों के बीच सुनने के लिए उपयुक्त है। हैंडसेट के साथ दिए गए ईयरफोन की क्वालिटी काफी अच्छी है। बेंचमार्क नतीजे भी ठीक-ठाक आए।
असूस ने ज़ेनफोन 3 अल्ट्रा के कैमरे को लेकर कई दावे किए थे। अच्छी बात यह है कि दावे बहुत हद तक सही साबित हुए। कुल मिलाकर असूस ज़ेनफोन 3 अल्ट्रा के कैमरे से ली गई तस्वीरों की क्वालिटी बहुत अच्छी है। लेकिन यह इस प्राइस रेंज के अन्य फ्लैगशिप स्मार्टफोन की परफॉर्मेंस से मेल नहीं खाता। आप कैमरे के ऑटोफोकस परफॉर्मेंस से खुश होंगे। फ्रेमिंग करना बेहद ही आसान है। लेकिन खराब ग्रिप के कारण ऑप्शन चुनना और फोकस के लिए टैप करना आसान नहीं है। मैक्रोज़ शॉट अच्छे आए। रात में ली गई तस्वीरें भी ब्राइट और साफ-सुथरी थीं।
ज़ेनफोन 3 अल्ट्रा की बैटरी इसके सबसे अहम खासियतों में से है। हम इसे दो दिनों तक बिना चार्ज किए इस्तेमाल कर सके। इस दौरान हमने वाई-फाई और एलटीई पर कई बार वीडियो स्ट्रीम किए, कभी-कभार गेम खेला तो कभी कैमरा भी इस्तेमाल किया। स्क्रीन बैटरी की सबसे ज़्यादा खपत करता है। हमारे वीडियो लूप टेस्ट में बैटरी 10 घंटे 19 मिनट तक चली।
हमारा फैसला
अगर आपको बड़े फोन पसंद हैं और खर्च करने के लिए पास में पैसे भी हैं, तो ज़ेनफोन 3 अल्ट्रा एक अच्छा विकल्प साबित होगा। हमने पाया है कि इस बनावट वाले स्मार्टफोन आम इस्तेमाल के लिए नहीं हैं। लेकिन हो सकता है कि आप इसे टैबलेट के तौर पर इस्तेमाल करें जिसमें मोबाइल डेटा के साथ कभी-कभार वॉयस कॉल करने की भी सुविधा है।
कुल मिलाकर परफॉर्मेंस भी अच्छी है। लेकिन यह आज की तारीख के फ्लैगशिप डिवाइस के स्तर की नहीं हैं। ऐसे में कंपनी का ज़ेनफोन 3 डिलक्स मॉडल फिट बैठता है। इस फोन की बैटरी और डिस्प्ले काम की चीज़ हैं जो इंटरटेनमेंट के हिसाब से बेहतरीन हैं। हालांकि, इसे खरीदने से पहले आपको कमियों और खूबियों के बारे में गंभीरता से सोचना पड़ेगा। क्योंकि आपके पास कम दाम वाले फैब 2 प्लस और मी मैक्स का भी विकल्प है, जो लगभग ऐसी ही परफॉर्मेंस देते हैं।
स्मार्टफोन और टैबलेट के अंतर को धुंधला करने के मकसद से पेश किए गए लेटेस्ट डिवाइस के ज़रिए असूस चाहती है कि यह आपका एक मात्र डिजिटल डिवाइस बन जाए। इसमें दोमत नहीं कि यह आपकी ज़िंदगी के अन्य स्क्रीन की जगह ले लेगा। लेकिन यह आपके लिए बना है? रिव्यू के ज़रिए हम यही जानने की कोशिश करेंगे।
असूस ज़ेनफोन 3 अल्ट्रा लुक और डिज़ाइन
इस डिवाइस को खरीदने से पहले आपके मन में एक ही सवाल आएगा कि क्या आप इसे अपने साथ रख सकते हैं। 186.4x93.9x6.8 मिलीमीटर डाइमेंशन और 233 ग्राम वज़न वाला यह स्मार्टफोन थोड़ा अटपटा है। और इसे साथ में रखना आसान नहीं है। यह फोन हमारी जेब कभी नहीं फिट बैठा। अगर आप इसका इस्तेमाल करना चाहते हैं तो हैंडबैग और बैकपैक पास में रखना ही होगा।
सुरक्षित तरीके से इस्तेमाल करने के लिए आपको दोनों हाथों की ज़रूरत पड़ेगी। क्योंकि आप अंगूठे से फोन के हर किनारे तक नहीं पहुंच सकते। एक हाथ से बैलेंस करना भी आसान नहीं है। चौड़ाई और वज़न के कारण इस फोन पर लंबे समय तक बात करना थका देने वाला होता है।
बिल्ड क्वालिटी की बात करें तो असूस ने बेहतरीन काम किया है। ज़ेनफोन 3 अल्ट्रा आज की तारीख के किसी भी प्रीमियम स्मार्टफोन को चुनौती देने में सक्षम है। फ्रंट और बैकपैनल पूरी तरह से फ्लैट हैं। किनारों पर मेटल बैंड का इस्तेमाल हुआ है। फ्रंट पैनल पर गोरिल्ला ग्लास 4 की प्रोटेक्शन मौज़ूद है। मेटल किनारे और होम बटन सैमसंग के पुराने डिज़ाइन सेटअप की याद दिलाते हैं। अच्छी बात यह है कि बोरियत महसूस नहीं होती।
बायां किनारा पूरी तरह से खाली है। वही, दायें किनारे पर सुविधा के अनुसार पावर बटन दिया गया है। दो अलग ट्रे दिए गए हैं। एक नैनो सिम के लिए और दूसरा भी नैनो-सिम या माइक्रोएसडी कार्ड के लिए। निचले हिस्से में दो स्पीकर ग्रिल के बीच में यूएसबी टाइप-सी पोर्ट को जगह दी गई है। 3.5 एमएएच ऑडियो सॉकेट टॉप पर है।
वॉल्यूम बटन पिछले हिस्से पर हैं। वैसे, हमें यह सेटअप ज़्यादा नहीं पसंद। लेकिन फोन के साइज़ को देखते हुए यह बेहद ही कारगर है। आप चाहे जो भी हाथ इस्तेमाल करें आप वॉल्यूम बटन तक इंडेक्स फिंगर के ज़रिए आसानी से पहुंच जाएंगे। आपको रियर हिस्से पर फ्लैश और लेज़र ऑटोफोकस से लैस प्राइमरी कैमरा मिलेगा।
ज़ेनफोन 3 अल्ट्रा दिखने में महंगा लगता है, लेकिन बहुत रोचक या मॉडर्न नहीं है। हमारे रिव्यू यूनिट का रंग सिल्वर था जो दिन की रोशनी में शैंपेन कलर लगा। आपको फोन के साथ 18 वॉट का चार्ज़र, यूएसबी टाइप-सी केबल और जे़नईयर ईयरफोन मिलेंगे।
असूस ज़ेनफोन 3 अल्ट्रा स्पेसिफिकेशन
ऐसा लगता है कि असूस ने फोन की बाहरी खूबसूरती पर ज़्यादा ध्यान दिया है। क्योंकि मेटल बॉडी और बडे़ स्क्रीन के अलावा कागज़ी तौर पर इसके स्पेसिफिकेशन मिड रेंज स्मार्टफोन वाले ही हैं। इसमें क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 652 प्रोसेसर के साथ ग्राफिक्स के लिए एड्रेनो 510 इंटिग्रेटेड है। इनबिल्ट स्टोरेज 64 जीबी है और आपको 4 जीबी रैम भी मिलेगा। 200 जीबी तक के माइक्रोएसडी कार्ड के लिए सपोर्ट मौज़ूद है। इसके अलावा आपको गूगल ड्राइव पर दो साल के लिए 100 जीबी की स्टोरेज मुफ्त मिलेगी।
1080x1920 पिक्सल का रिज़ॉल्यूशन, सच कहें तो बड़े स्क्रीन को देखते हुए थोड़ा कम है। स्क्रीन पर बाकी सबकुछ क्रिस्प और क्लीन है। लेकिन इस कीमत में 1440x2560 पिक्सल वाला पैनल होता तो ज़्यादा बेहतर था।\
एलटीई सभी भारतीय बैंड को सपोर्ट करता है। वैसे, असूस ने वॉयस ओवर एलटीई के लिए सपोर्ट होने की बात कही है। लेकिन हम रिलायंस जियो सिम से फोन कॉल नहीं कर पा रहे थे। जब हमने असूस से इसके बारे में पूछा तो कंपनी के एक प्रतिनिधि हमें कहा कि सपोर्ट ओटीए अपडेट के ज़रिए उपलब्ध कराया जाएगा। आपको वाई-फाई 802.11एसी, ब्लूटूथ 4.2, जीपीएस, ग्लोनास और कई सेंसर भी मिलेंगे।
इतनी बड़ी बॉडी को देखते हुए कंपनी ने 4600 एमएएच की बैटरी दी है। फोन क्वालकॉम के क्विक चार्ज 3.0 को सपोर्ट करता है। बैटरी लाइफ 20 फीसदी से ज़्यादा होने पर आप रीवर्स चार्ज भी कर पाएंगे। रियर कैमरे का सेंसर 23 मेगापिक्सल का है। यह तस्वीरों के लिए ऑप्टिकल इमेज स्टेबलाइज़ेशन और वीडियो के लिए इलेक्ट्रॉनिक स्टेबलाइज़ेशन से लैस है।
असूस ज़ेनफोन 3 अल्ट्रा परफॉर्मेंस
ज़ेनफोन 3 अल्ट्रा की आम परफॉर्मेंस से हमें कोई शिकायत नहीं हुई। भले ही यह चिपसेट सबसे तेज़ नहीं है। लेकिन डिस्प्ले के साथ साझेदारी में अच्छा काम करता है। फोन कभी भी बहुत ज़्यादा गर्म नहीं हुआ।
स्क्रीन के क्या कहने...सिनेमा और यूट्यूब के क्लिप देखने के दौरान हमारी रिज़ॉल्यूशन कम होने की शिकायत भी दूर हो गई। कलर्स काफी ब्राइट हैं और मोशन भी स्मूथ है। व्यूइंग एंगल असूस के दावों के आसपास हैं। हमें मात्र एक ही शिकायत है... लंबे वीडियो देखने के लिए फोन को हाथों में पकड़े रहना। गेम आसानी से चले। हालांकि, दोनों हाथों के इस्तेमाल के बिना लंबे समय तक खेल पाना आसान नहीं था।
आवाज़ भी अच्छी थी। ज़ेनफोन 3 अल्ट्रा ने बड़ी बॉडी होने के कारण आवाज़ के डिपार्टमेंट में निराश नहीं किया। म्यूज़िक सुनने में मज़ा आता है। और यह छोटे ग्रुप के लोगों के बीच सुनने के लिए उपयुक्त है। हैंडसेट के साथ दिए गए ईयरफोन की क्वालिटी काफी अच्छी है। बेंचमार्क नतीजे भी ठीक-ठाक आए।
असूस ने ज़ेनफोन 3 अल्ट्रा के कैमरे को लेकर कई दावे किए थे। अच्छी बात यह है कि दावे बहुत हद तक सही साबित हुए। कुल मिलाकर असूस ज़ेनफोन 3 अल्ट्रा के कैमरे से ली गई तस्वीरों की क्वालिटी बहुत अच्छी है। लेकिन यह इस प्राइस रेंज के अन्य फ्लैगशिप स्मार्टफोन की परफॉर्मेंस से मेल नहीं खाता। आप कैमरे के ऑटोफोकस परफॉर्मेंस से खुश होंगे। फ्रेमिंग करना बेहद ही आसान है। लेकिन खराब ग्रिप के कारण ऑप्शन चुनना और फोकस के लिए टैप करना आसान नहीं है। मैक्रोज़ शॉट अच्छे आए। रात में ली गई तस्वीरें भी ब्राइट और साफ-सुथरी थीं।
ज़ेनफोन 3 अल्ट्रा की बैटरी इसके सबसे अहम खासियतों में से है। हम इसे दो दिनों तक बिना चार्ज किए इस्तेमाल कर सके। इस दौरान हमने वाई-फाई और एलटीई पर कई बार वीडियो स्ट्रीम किए, कभी-कभार गेम खेला तो कभी कैमरा भी इस्तेमाल किया। स्क्रीन बैटरी की सबसे ज़्यादा खपत करता है। हमारे वीडियो लूप टेस्ट में बैटरी 10 घंटे 19 मिनट तक चली।
हमारा फैसला
अगर आपको बड़े फोन पसंद हैं और खर्च करने के लिए पास में पैसे भी हैं, तो ज़ेनफोन 3 अल्ट्रा एक अच्छा विकल्प साबित होगा। हमने पाया है कि इस बनावट वाले स्मार्टफोन आम इस्तेमाल के लिए नहीं हैं। लेकिन हो सकता है कि आप इसे टैबलेट के तौर पर इस्तेमाल करें जिसमें मोबाइल डेटा के साथ कभी-कभार वॉयस कॉल करने की भी सुविधा है।
कुल मिलाकर परफॉर्मेंस भी अच्छी है। लेकिन यह आज की तारीख के फ्लैगशिप डिवाइस के स्तर की नहीं हैं। ऐसे में कंपनी का ज़ेनफोन 3 डिलक्स मॉडल फिट बैठता है। इस फोन की बैटरी और डिस्प्ले काम की चीज़ हैं जो इंटरटेनमेंट के हिसाब से बेहतरीन हैं। हालांकि, इसे खरीदने से पहले आपको कमियों और खूबियों के बारे में गंभीरता से सोचना पड़ेगा। क्योंकि आपके पास कम दाम वाले फैब 2 प्लस और मी मैक्स का भी विकल्प है, जो लगभग ऐसी ही परफॉर्मेंस देते हैं।
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